Ration Card: अब सभी राशन कार्ड धारकों को दोबारा बनवाना पड़ेगा राशन कार्ड, जाने वजह
भारत सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान सभी कमजोर वर्ग के लोगो की हर तरह से मदद करने की कोशिश की है. सरकार ने सभी गरीब लोगो राशन कार्ड धारकों को राशन कार्ड के जरिये मुफ्त राशन की सुविधा देकर उनकी मदद करने की कोशिश की है।
इस बीच सरकार की छान विन के दौरान कुछ लोग ऐसे भी निकले जो राशन लेने के लिए अपात्र होने के बाद भी वहे फर्जी राशन कार्ड से योजना का लाभ लेने में लगे हैं।
अब सरकार सभी अपात्र लोगों के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई करने को तैयार है. कई राज्यों में सरकार ने रिकवरी का काम शुरू कर दिया है. अब सभी अपात्र लोगो को ख़तम करने के लिए सरकार ने सभी राशन कार्ड धरको को नया राशन कार्ड बन बाने का आदेश जारी कर दिया है
सत्यापन रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान पांच हजार से अधिक अपात्र विभाग प्राप्त हुए हैं. इन लोगों ने विभाग में कार्ड जमा करा दिए हैं। इनमें ऐसे कार्डधारकों की संख्या अधिक है, जो दो साल से राशन का लाभ उठा रहे थे।
विभागीय राशन कार्ड जनगड़ना के मुताबिक, जिले में सात 780000 हजार राशन कार्डधारक हैं। जिसमे से पात्र गृहस्थी के 6,53,608 और अंत्योदय के 1,23,392 कार्डधारक हैं।
जिला प्रशासन की ओर से इन कार्डधारकों के आपूर्ति विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि उनके कार्ड नियमों की धज्जियां उड़ाकर बनाए गए हैं. इसके अलावा कोटदार विभाग की मदद से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के फर्जी नाम भी जोड़े गए।
डीएम ने मामले की जांच कराई तो इसमें 14 कोटेदार भी दोषी हैं। डीएम ने सभी कोटेदारों को नोटिस देते हुए कोटा रद्द करने के भी निर्देश दिए.
जिला आपूर्ति अधिकारी रामेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सत्यापन के बाद पात्र अभ्यर्थियों के कार्ड रद्द कर उनके कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे.
जानिए राशन कार्ड बनवाने का नया नियम
– राशन कार्ड धारक के नाम जमीन न हो।
– पक्का मकान न हो।
– भैंस, बैल, ट्रैक्टर-ट्रॉली न हो।
– मुर्गी पालन, गौ पालन आदि न करता हो।
– शासन की ओर से कोई वित्तीय सहायता न मिलती हो।
– बिजली का बिल न आता हो।
– जीविकोपार्जन के लिए कोई अजीविका का साधन न हो।